चुनाव आयोग ने आज शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने घोषणा की कि इस बार चुनाव दो चरणों में कराया जाएगा, जो कि राजनीतिक दलों की मांग के अनुरूप है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरे चरण का 11 नवंबर को होगा। चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है, इसलिए चुनाव समय पर कराए जा रहे हैं।
पिछले 2020 के विधानसभा चुनाव में वोटिंग तीन चरणों में हुई थी- 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को, जबकि नतीजे 10 नवंबर को आए थे। उस समय राज्य के कुछ हिस्सों में नक्सली गतिविधियां और सुरक्षा चुनौतियां होने के कारण तीन चरण जरूरी माने गए थे। लेकिन इस बार भाजपा और राजद जैसी प्रमुख पार्टियों ने चुनाव आयोग से दो चरणों में चुनाव कराने की मांग की थी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि राजनीतिक दलों ने ही SIR (संभवतः सिंगल इंटीग्रेटेड रिटर्न) की मांग की थी, और आयोग ने इसे ध्यान में रखा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि चुनाव पारदर्शी, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होंगे।

बिहार में कुल 7.43 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 3.92 करोड़ पुरुष, 3.50 करोड़ महिलाएं और 1,725 ट्रांसजेंडर शामिल हैं। इसके अलावा, 7.2 लाख दिव्यांग मतदाता, 4.04 लाख 85 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक, 14 हजार शतायु (100 वर्ष से अधिक) मतदाता, 1.63 लाख सर्विस वोटर्स, 1.63 करोड़ युवा मतदाता (20-29 वर्ष) और 14.01 लाख फर्स्ट टाइम वोटर्स (18-19 वर्ष) हैं। ये आंकड़े 30 सितंबर 2025 तक के हैं। पिछले चुनाव में मतदाता भागीदारी 58.7 प्रतिशत थी, जो 2015 से बढ़ी थी।
मतदान की सुविधा के लिए राज्य में 90,712 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां औसतन 818 मतदाता प्रति केंद्र रजिस्टर्ड हैं। इनमें से 76,801 ग्रामीण इलाकों में और 13,911 शहरी क्षेत्रों में हैं। सभी मतदान केंद्रों पर 100 प्रतिशत वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है, ताकि पारदर्शिता सुनिश्चित हो। साथ ही, 1,350 मॉडल मतदान केंद्र भी स्थापित किए गए हैं। मतदाताओं की मदद के लिए चुनाव आयोग ने 1950 वोटर हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है, जहां BLO (बूथ लेवल ऑफिसर), ERO और DEO से सीधे संपर्क किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, पटना के लिए +91-612-1950 डायल करें।
चुनाव आयोग ने एक नया ऐप 'ECI Net' लॉन्च किया है, जिसे 'मदर ऑफ ऑल इलेक्शन ऐप्स' कहा जा रहा है। यह ऐप चुनावी प्रक्रियाओं की रियल-टाइम मॉनिटरिंग करेगा और बिहार चुनाव से पूरी तरह सक्रिय रहेगा। मतदाता सूची का शुद्धिकरण 24 जून 2025 से शुरू हुआ था। ड्राफ्ट सूची 1 अगस्त को जारी की गई, क्लेम और ऑब्जेक्शन 1 सितंबर तक लिए गए, और फाइनल सूची 30 सितंबर को रिलीज हुई। अगर कोई गलती रह गई है, तो जिलाधिकारी के पास अपील की जा सकती है।
सुरक्षा के लिहाज से, चुनाव आयोग ने 500 से अधिक अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात करने का फैसला किया है। संवेदनशील और अति संवेदनशील इलाकों में विशेष निगरानी रखी जाएगी, ताकि किसी भी तरह की हिंसा या अव्यवस्था न हो। चुनाव आयोग के अधिकारी बीते दिनों पटना पहुंचकर तैयारियों का जायजा ले चुके हैं।
राजनीतिक मोर्चे पर, चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले आम आदमी पार्टी ने अपनी पहली उम्मीदवार लिस्ट जारी की, जिसमें बेगूसराय, कुशेश्वरस्थान, सरैया, कस्बा, बेनीपट्टी, फुलवारी शरीफ, बांकीपुर, किशनगंज सदर, परिहार, गोविंदपुर और बक्सर से उम्मीदवारों का नाम घोषित किया गया। महागठबंधन में सीट बंटवारे पर बातचीत जारी है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि सभी दल एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे और जनता बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा जैसे मुद्दों पर जवाब मांगेगी। कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने रोजगार, महिला सुरक्षा, पेपर लीक और मनरेगा जैसी समस्याओं पर फोकस करने की बात कही। उन्होंने कहा कि अगर महागठबंधन सत्ता में आया तो महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपये की सहायता दी जाएगी।
इसके अलावा, चुनाव आयोग ने सात राज्यों की आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की भी घोषणा की, जिनमें राजस्थान की अंटा, जम्मू-कश्मीर की बडगाम और नागरोटा, पंजाब की तरणतारण, झारखंड की घाटशिला, तेलंगाना की जुबली हिल्स, मिजोरम की डांपा और ओडिशा की नुआपाड़ा शामिल हैं।