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बीजेपी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को प्रभारी बनाया, जबकि केशव प्रसाद मौर्य और सीआर पाटिल को सह-प्रभारी। भूपेंद्र यादव को बंगाल की कमान सौंपी गई।
यह एक प्रतीकात्मक चित्र है
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने बड़ी घोषणा की है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को बिहार का चुनाव प्रभारी बनाया गया, जबकि, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और केद्रीय मंत्री सी आर पाटिल को सह चुनाव प्रभारी बनाया गया है. दिलचस्प बात यह है कि केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को बंगाल का चुनाव प्रभारी बना कर ममता सरकार को बदलने की जिम्मेदारी दी गई है.
लेकिन, इन नियुक्तियों में चर्चा काफी तेज हो गई है कि दोनों केद्रयीय मंत्रियों में धर्मेंद्र प्रधान को ही बिहार की जिम्मेदारी क्यों दी गई, जबकि, दोनों बिहार के प्रभारी पहले रह चुके हैं. सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा हो रही है कि धर्मेंद्र प्रधान और केशव प्रसाद मौर्य के बहाने बीजेपी अपने पिछड़ा वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही है.
कानाफूसी हो रही है कि इस बार यादव समुदाय पूरी तरह से लालू यादव और तेजस्वी यादव के साथ जुड़ा है, इसलिए, बीजेपी किसी तरह से कोई रिस्क नहीं लेना चाहती. पार्टी ने अपने मजबूत क्षेत्र और फोकस एरिया को ही जोड़कर आगे बढ़ना चाहती है, जिसका एजेंडा गैर यादव ओबीसी और अति पिछड़ा को जोड़कर रखना है.
अगर भूपेंद्र यादव को बिहार का चुनाव प्रभारी बीजेपी बनाती तो उस हालत में बीजेपी को अपने गैर यादव ओबीसी वोट बैंक को साधने में परेशानी हो सकती थी. लेकिन, धर्मेंद्र प्रधान के बहाने पार्टी ने अपने एजेंडे को साध लिया है, जबकि, केशव प्रसाद मौर्य कुशवाहा वोट बैंक को संदेश देने के लिए लाए गए हैं.