तेजस्वी यादव पर EC का शिकंजा! दो EPIC नंबर मामले में नोटिस, NDA ने की केस की मांग. Picture Courtesy: Tejashwi Yadav/X
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं.पहले उनकी तरफ से ड्राफ्ट वोटर लिस्ट पर सवाल खड़ा किया गया और कहा गया कि हमारा नाम ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में नहीं है. लेकिन अब दो-दो एपिक नंबर रखने के मामले को लेकर चुनाव आयोग ने नोटिस थमा दिया है. चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव से उनका वोटर कार्ड मांगा है. चुनाव की तरफ से अब उनके मतदाता पहचान पत्र की जांच की जाएगी. दरअसल जिस एपिक नंबर को अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने दिखाया था उसको लेकर चुनाव आयोग सवाल खड़ा कर रहा है.
आयोग का कहना है कि ऐसा एपिक नंबर जारी ही नहीं हुआ है, ऐसे में यह एपिक नंबर कहां से आया इसकी जांच की जाएगी. आयोग की तरफ से तेजस्वी यादव के दावे को खारिज करते हुए एपिक नंबर और वोटर लिस्ट में उनके नाम को जारी कर दिया गया था. उनके दावे को खारिज करने के बाद अब एनडीए के घटक दल तेजस्वी यादव पर केस दर्ज करने की मांग कर रहे हैं. इसके लिए एनडीए के घटक दल के सभी पांच प्रवक्ताओं ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केस दायर करने की मांग की है.
इसके पहले शनिवार दो अगस्त को तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाया था. तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया था कि एस आई आर में पहले दिन से ही गड़बड़ी की जा रही है. इसमें सुप्रीम कोर्ट का भी सुझाव नहीं माना गया. राजनीतिक दलों का सुझाव भी नहीं माना गया और सभी राजनीतिक दलों को विधानसभा वाइज लिस्ट नहीं दिया जा रहा. उन्होंने दावा किया कि चोर की दाढ़ी में तिनका है और उसे वह साबित कर देंगे. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की तरफ से यह कहा जा रहा था कि हर नाम हटाए जाने के कारण की जानकारी देंगे. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा और 20 से 30 हज़ार मतदाता के नाम हर विधानसभा सीट से काट दिए गए हैं. लगभग 8.5 फीसदी नाम काटे गए हैं.
चुनाव आयोग को निशाने पर लेते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा के अनुसार हम लोगों को भी लिस्ट दिया गया लेकिन जो नाम दिया गया है उसमें न ही पता बताया गया है न ही बूथ की पहचान बताई गई है. यहां तक की उन वोटरों के एपिक नंबर को भी नहीं बताया गया. सीधे तौर पर उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ऐसा नहीं होने देना चाहता. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग गोदी आयोग बन गया है. आरोप लगाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा था जब आपने पहले ही तय कर दिया है कि किसकी सरकार बनेगी कौन सरकार बनाएगा तो फिर चुनाव क्यों कराया जा रहा है ? क्या 65 लाख मतदाताओं को नोटिस दिया गया था क्या उन्हें अपील करने का मौका मिला था ? निर्वाचन आयोग उन सभी तथ्यों को छुपा रहा है. उन्होंने अपने कर्मचारी की जानकारी देते हुए कहा कि उसके परिवार में दो लोगों का नाम शामिल हुआ जबकि एक का काट दिया गया.
तेजस्वी यादव ने बूथ स्तर पर कटे हुए लोगों के नाम की जानकारी देने की मांग की है. और आपत्ति जताने की समय सीमा बढ़ाए जाने की भी मांग की है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट से एक बार फिर से स्वत : संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण मांगने की गुजारिश की है. लेकिन तेजस्वी यादव का अपना एपिक नंबर देकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह कहना कि मैंने बीएलओ को फॉर्म भर कर दिया था और एपिक नंबर डालने पर कोई रिकॉर्ड नहीं बता रहा,इससे सियासी गर्मी बढ़ गई है क्योंकि चुनाव आयोग ने उनकी बातों का जवाब देते हुए कहा है कि
- कुछ समाचार माध्यमों से यह ज्ञात हुआ है कि माननीय नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम विशेष गहन पुनरीक्षण के प्रारूप मतदाता सूची में नहीं है.
इस बारे में जिला प्रशासन, पटना द्वारा जाँच की गई। इसमें यह स्पष्ट हुआ है कि माननीय नेता प्रतिपक्ष का नाम प्रारूप मतदाता सूची में दर्ज है। वर्तमान में उनका नाम मतदान केन्द्र संख्या 204, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन, क्रम संख्या 416 पर अंकित है। पूर्व में उनका नाम बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन, मतदान केन्द्र संख्या 171, क्रम संख्या 481 पर दर्ज था.
जबकि तेजस्वी यादव बार-बार यही कह रहे हैं कि जब मेरा एपिक नंबर बदल गया है तो और कितनों का बदला होगा? एपिक नंबर बदलता नहीं है.
उधर बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा है कि
तेजस्वी यादव का हमेशा से दीघा विधानसभा में मतदाता सूची में नाम रहा है. और उनका एपिक नंबर RAB0456228 है। इसी वोटर कार्ड के आधार पर वो 2015 और 2020 में चुनाव लड़े हैं।
- 2015 विधानसभा चुनाव - बूथ न . 150 - सीरियल न. 605
- 2020 विधानसभा चुनाव - बूथ न . 160 - सीरियल न. 511
- 2021 विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद 15 फ़रवरी 2021 को प्रकाशित सूची - बूथ न . 171 - सीरियल न. 489
- 2025 विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद 07 जनवरी 2025 को प्रकाशित सूची - बूथ न . 171 - सीरियल न. 481
- 2025 विशेष गहन पुनरीक्षण के बाद 01 अगस्त 2025 को प्रकाशित सूची - बूथ न . 204 - सीरियल न. 416
जब 2015 से 2025 तक हर बार EPIC नंबर - RAB0456228 का उपयोग कर तेजस्वी यादव चुनाव लड़े और दीघा विधानसभा में मतदान भी किया तो आज ये एक और EPIC नंबर - RAB2916120 का मतदाता कार्ड कहाँ से लाए है ?
क्या तेजस्वी यादव ने दो मतदाता कार्ड बनवाये ?
क्या तेजस्वी यादव ने इसी तरह और भी राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं के दो-दो मतदाता कार्ड बनवाए हैं ?
आज प्रेस कांफ्रेंस कर जिस तरह चुनाव आयोग पर सवाल उठाए गए और फिर जो सच सामने आ रहा है इस से साफ मालूम होता है की तेजस्वी यादव ने कुछ बड़ा घपला-घोटाला किया है।
इस की सख्ती से जांच होनी चाहिए।
दूसरी तरफ SIR मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता और बिहार के आरा से CPIML सांसद सुदामा प्रसाद की पत्नी के भी दो एपिक नंबर का मामला गर्मा गया है.अब चुनाव आयोग के ऊपर सबकी नजरे हैं कि इन मामलों में वह क्या कार्रवाई करता है? खासतौर से तेजस्वी यादव को लेकर,क्योंकि राजद और तेजस्वी यादव लगातार एस आई आर के मामले पर चुनाव आयोग को बीजेपी की बी टीम बताने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे.जाहिर है इस मुद्दे पर पटना से लेकर दिल्ली तक और संसद से लेकर सड़क तक संग्राम की पूरी तैयारी हो गई है. 8 अगस्त को इंडिया गठबंधन के नेता और सांसद संसद से चुनाव आयोग तक मार्च की तैयारी में हैं.