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9 सितंबर को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में NDA ने शानदार जीत हासिल की। बिहार और झारखंड के NDA सांसदों को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय के दिल्ली आवास पर जलपान के लिए बुलाया गया, जहां से वे एकजुट होकर वोटिंग के लिए गए। हालांकि, BJP सांसद राजीव प्रताप रूडी और LJP (रामविलास) नेता चिराग पासवान की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी।
यह एक प्रतीकात्मक चित्र है
उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को था. लेकिन एनडीए ने बड़ी जीत दर्ज की. अलग-अलग राज्यों के एनडीए सांसद एक साथ वोटिंग करने जाने वाले थे. अलग-अलग राज्य के सांसदों को साधने के लिए जलपान और मतदान की जिम्मेदारी अलग -अलग नेताओं को दी गई थी. बिहार और झारखंड के एनडीए सांसदों को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के सरकारी आवास 4 लोधी इस्टेट पर बुलाया गया. तय हुआ यहीं जलपान होगा और फिर सभी वोटिंग के लिए प्रस्थान करेंगे. लेकिन बिहार चुनाव से पहले इस मुलाकात को एनडीए के भीतर एकजुटता दिखाने की कोशिश के तौर पर भी देखा गया.
लेकिन, कानाफूसी यहां भी शुरू हो गई रूडी और चिराग को लेकर. अभी हाल ही में कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में सचिव का चुनाव जीत कर अपना कद बड़ा करने वाले छपरा से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी और हाजीपुर से सांसद,एलजेपी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, इन दोनों की गैर मौजूदगी को लेकर कानाफूसी तेज हो गई. कोई हंसी ठिठोली में तो कोई आश्चर्य से एक -दूसरे से पूछने लगा कहां है रूडी और चिराग? मीडिया के लोगों का सवाल पूछना लाजमी था, लेकिन अंदर खाने चर्चा थी कि राजीव प्रताप रूडी अपना हेल्थ चेकअप कराने गए हैं सीधे वोटिंग करने पहुंचेंगे और एनडीए उम्मीदवार के लिए वोटिंग करने पहुंचेंगे.
उधर, चिराग पासवान भी अपने पिता को पितृपक्ष में तर्पण कर रहे थे. बीजेपी के सांसद संजय जायसवाल ने किसी भी तरह से विवाद को खत्म किया, तमाम अटकलों को सिरे से खारिज किया. लेकिन,इन दो नेताओं की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही.
हालांकि, अंदर खाने चर्चा तो इस बात को लेकर भी जारी है कि बिहार चुनाव से पहले नित्यानंद राय के यहां बना गेट टूगेदर का प्रोग्राम उनके बढ़ते कद को दिखाता है और बिहार बीजेपी के बड़े नेता के तौर पर वह उभरकर सामने आ रहे हैं. इसीलिए उन्हीं को जिम्मेदारी दी गई सबको एकजुट रखने की और वहां से साथ-साथ वोटिंग करवाने की.